नई दिल्ली 05 अगस्त( अनुपमा जैन,वीएनआई) पिछले 13 बरसों से पाकिस्तान मे रह रही गीता का अपने वतन यानी भारत वापस आने और अपने घरवालों से मिलने का ख़्वाब जल्दी ही पूरा होने की उम्मीद है, इसकी सूचना विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने ट्वीट मे दी है। सुषमा ने लिखा है, 'हम गीता को वापिस भारत लेकर आएंगे, इसे करने लिए कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी जो हम करेंगे।' मंगलवार को भारतीय हाईकमिश्नर टीसीए राघवन और उनकी पत्नी ने बोल और सुन पाने में असमर्थ भारतीय लड़की गीता से मुलाकात की थी। उसने संकेतों की भाषा से अपनी कहानी सुनाई। राघवन ने गीता को भारत में उसका परिवार तलाशने में सभी संभव मदद करने का भरोसा दिया। राघवन ने ईधी फाउंडेशन शेल्टर होम में पत्रकारों से कहा, "मेरे यहां आने का कारण सारी जानकारी लेना है। ताकि गीता के परिवार को जल्द से जल्द तलाशा जा सके। मेरा यहां आना ही बताता है कि हमारी सरकार शांति चाहती है। सुषमा न्ए अपने ट्वीट मे लिखा है,'हमारे उच्चायुक्त को यकीन है कि गीता भारतीय हैं।'
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले पाकिस्तान के पूर्व मंत्री और मानवाधिकार कार्यकर्ता अंसार बर्नी ने ट्वीट कर कहा था कि, गीता झारखंड या तेलंगाना की रहने वाली हो सकती है। गीता को 193 नंबर याद है और ये कि उसके सात भाई और चार बहनें हैं।
गौरतलब है कि 2003-04 मे यानि आज से 13 पहले ग़लती से सरहद पार कर पाकिस्तान पहुंच गई थी. उस समय गीता की उम्र 11 बरस की थी, पाकिस्तानी बॉर्डर गॉर्ड्स इंसानी हमदर्दी के नाते इसे कराची के ईधी शेल्टर होम लाए. दरअसल गीता उसका असली नाम नही है, ईधी फाउंडेशन के संस्थापक अब्दुस सत्तार ईधी की पत्नी बिलक़ीस ईधी ने ही उनका नाम गीता रखा.गीता की कहानी सलमान खान की सुपरहिट फिल्म 'बजरंगी भाईजान' से बिल्कुल मिलती है, फिल्म की कहानी एक छोटी लड़की की है, जो ग़लती से भारतीय सीमा में आ जाती है और सलमान ख़ान उसे वापिस उसके घर पहुंचाते हैं। सनद रहे कि कि बजरंगी भाईजान की शाहिदा बोल नहीं सकती थी, और इधर हकीकत की गीता ना तो बोल सकती है और ना ही सुन सकती है. सलमान ख़ान ने गीता की भी हर संभव मदद करने की बात कही है।
सबसे पहले साल 2013 में जब ये मामला अख़बारों में उठा तो भारतीय दूतावास से कोई इससे मिलने आया था पर गीता के पास कोई दस्तावेज या पहचान पत्र तो है नही इसलिये मामला आग्ए बढ ही नही पाया पर अब फ़िल्म 'बजरंगी भाईजान' के सुपरहिट होने के बाद गीता एक बार फ़िर चर्चा में आ गई हैं.
बताया जाता है कि गीता धार्मिक तौर पर हिंदू है और इधी फाउंडेशन के अपने कमरे में उसने हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर लगा रखी है जिनकी वो पूजा करती है। वे शाकाहारी है और रमज़ान के दौरान रोज़े भी रखती है।