वारसाॅ 4 मार्च (वीएनआई) यूरोपीय संघ में पोलैंड के सांसद को महिलाओं को बौद्धिक रूप से पुरषों से कमतर बता्ने पर सज़ा मिल सकती है
यूरोपीय संसद में पोलैंड के एक सदस्य ने विवादास्पद टिप्पणी करते हुए महिलाओं को बौद्धिक रूप से पुरषों से कमतर बताया और कहा, महिलाएं बौद्धिक रूप से पुरषों के बराबर होती हैं यह 20वीं शताब्दी का एक घिसा-पिटा विचार था कि और इस घिसे-पिटे विचार को जरूर खत्म होना चाहिए क्योंकि यह सही नहीं है।
गौरतलब है कि जानुस के वारसॉ में दिए गए इस बयान से दो दिन पहले उन्होंने कहा था कि 'महिलाओं को पुरषों से कम वेतन मिलना चाहिए क्योंकि वह कमजोर हैं, छोटी हैं और कम मेधावी भी हैं.’ जानुस की इस टिप्पणी के संबंध में गुरुवार को एक जांच शुरू कर दी गई जिसके तहत सांसद को फटकार, अर्थ दंड या अस्थायी निलंबन का सामना करना पड़ सकता है.
बताया जा रहा है कि उनका यह बयान वारसॉ स्थित पोलैंड संसद के दौरे के समय महिला सांसदों से मिली चुनौती के बाद आया है. मॉडर्न पार्टी की जॉन शिक्यूरिंग विल्गस ने उन पर महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन्हें आगे से ऐसा करने की अनुमति नहीं देंगी
कोर्विन-मिक्की पोलैंड की एक छोटी पाटर्ी का नेतृत्व करते हैं, जिसने 2015 के संसदीय चुनाव में पांच प्रतिशत वोट हासिल किए थे।