प्योंगयांग, 25 सितम्बर (वीएनआई)| उत्तर कोरिया की एक समिति ने कई अंतर्राष्ट्रीय संसदों को एक खुला पत्र भेजकर अमेरिकी राष्ट्रपति 'डोनाल्ड ट्रंप के झगड़ालू रवैये' की निंदा की है।
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उत्तर कोरियाई संसद की विदेशी मामलों की समिति द्वारा पत्र रविवार को भेजा गया लेकिन यह नहीं बताया कि इसे किस-किस को भेजा गया है। पत्र में ट्रंप द्वारा 19 सितम्बर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में की गई उस टिप्पणी की निंदा की गई है, जिसमें उन्होंने उत्तर कोरिया को पूरी तरह तबाह करने की धमकी दी थी और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन को 'रॉकेट मैन' कहा था।
समाचार एजेंसी एफे न्यूज ने रिपोर्ट के हवाले से बताया कि प्योंगयांग ने ट्रंप की इस टिप्पणी को 'कोरियाई लोगों का असहनीय अपमान, उत्तर कोरिया के खिलाफ युद्ध की घोषणा व वैश्विक शांति के लिए गंभीर खतरा' बताया है। पत्र के मुताबिक, "अगर ट्रंप सोचते हैं कि वह परमाणु शक्ति संपन्न उत्तर कोरिया को परमाणु युद्ध की धमकी देकर घुटने टेकने पर मजबूर कर देंगे तो यह उनका बहुत बड़ा गलत अनुमान और अज्ञानता है। पत्र में कहा गया है कि अपने कार्यकाल के पहले दिन से ट्रंप ने मनमाने तरीके से काम किया है। अंतर्राष्ट्रीय कानून व समझौते खत्म कर दिए और पूरी दुनिया की कीमत पर अमेरिका के फायदे को प्राथमिकता दिया।
प्योंगयांग ने विश्वास जताया कि विभिन्न देशों की संसद आजादी, शांति व न्याय पसंद करने वाली हैं और इस मौके को अपने कर्तव्यों को पूरा करने में इस्तेमाल करेंगी। पत्र में संसदों से आह्वान किया गया है कि वे ट्रंप प्रशासन की 'घृणित' चाल से सर्तक रहें जो दुनिया को भयावह परमाणु आपदा की ओर धकेलने की कोशिश कर रहा है। ट्रंप ने रविवार रात उत्तर कोरिया सहित आठ देशों के नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाए जाने की घोषणा की।
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