कोलकाता, 25 जुलाई (वीएनआई)| भारत तथा बांग्लादेश के तटरक्षकों ने समुद्री सुरक्षा बढ़ाने तथा तलाशी व बचाव अभियान को बढ़ावा देने के प्रयास के तहत आज बंगाल की खाड़ी में दो दिवसीय अभ्यास शुरू किया। नौसेना के व्यापक बचाव अभियान का उद्देश्य प्रतिकूल परिस्थितियों में तलाशी व बचाव से संबंधित चुनौतियों से निपटने में दोनों तटरक्षकों की क्षमता में इजाफा करना है।
भारतीय तटरक्षक के क्षेत्रीय कमांडर (पूर्वोत्तर) कुलदीप सिंह शेवरान ने कहा, समुद्री व्यापार के दृष्टिकोण से बंगाल की खाड़ी बेहद संवेदनशील है तथा दोनों देशों के जहाजों को खतरा है। एक सुदृढ़ तलाशी व बचाव व्यवस्था समय की मांग है। समुद्री अभियानों को जटिल क्रियाविधि, जिसमें कई पक्ष व विदेशी राष्ट्र शामिल होते हैं, बताते हुए कमांडर ने कहा कि अभ्यास का उद्देश्य तटरक्षकों को चुनौतियों की वास्तविक अनुभूति प्रदान करना है।
बांग्लादेश तटरक्षक के कमांडर मोहम्मद रदवान तथा कमांडर फरीदुज्जमान ने कहा कि जब भारत व बांग्लादेश के बीच मानक संचालन प्रक्रिया स्थापित हो जाएगी, तो सुरक्षा गश्ती में इजाफा व बचाव अभियान से दोनों देशों के तटीय क्षेत्रों के लोग लाभान्वित होंगे। साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश दौरे के दौरान समुद्र में अंतर्राष्ट्रीय अवैध गतिविधियों से निपटने तथा दोनों बलों के बीच क्षेत्रीय सहयोग के विकास के लिए सहयोग संबंध बनाने को लेकर दोनों तटरक्षकों के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया था। उल्लेखनीय है कि भारतीय तटरक्षक ने मई महीने में उन 33 बांग्लादेशियों को बचाया था, जिनकी नौका बांग्लादेश में मोरा तूफान के कारण चटगांव तट से समुद्र में 100 मील अंदर भटक गई थी।
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