काठमांडू/नई दिल्ली, 25 अप्रैल (वीएनआई)। आज सुबह 11:45 पर नेपाल से लेकर भारत में आये भूकम्प के झटको से भरी तबाही का मंज़र देखने को मिला, नेपाल में जहां जान माल से लेकर भरी तबाही देखी गई तो वंही पूरे भारत में जानमाल की हानि की छुटपुट खबरे आ रही है। भूकम्प के बाद 17 बार नेपाल में झटके मेहसुर किये गए है । भूकम्प का केंद्र नेपाल को बताया जा रहा है जहाँ भूकम्प की तीव्रता 7.9 रिक्टर नपी गई और भारत में लगभग 6 के करीब रिक्टर स्केल पर भूकम्प की तीव्रता को नापा गया है।
नेपाल 7.9 रिक्टर पर आए भीषण भूकंप में अब तक लगभग 758 लोगों की मौत खबरे आ रही है, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए और 125 भारतीयों के फंसे होने की खबर है, जिसमे 80 लोग नासिक के बताये जा रहे है। भूकंप की वजह से नेपाल और भारत दोनों ही देशों में बड़े पैमाने पर तबाही हुई। कई मकान धराशायी हो गए, सड़कें धंस गई तथा संचार व्यवस्था को भारी क्षति पहुंची है। आधिकारिक दौरे पर थाईलैंड गए नेपाल के प्रधानमंत्री यात्रा को बीच में समाप्त कर तत्काल स्वदेश लौट रहे हैं। दिल्ली में नेपाल उच्चायोग मिशन के उप प्रमुख कृष्ण प्रसाद ढाकाल ने मीडिया से कहा कि स्थानीय रपट के मुताबिक, पूरे नेपाल में तब तक कम से कम 500 लोगों की मौत हुई थी । नेपाल में भारतीय समयानुसार पूर्वाह्न् 11.41 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 दर्ज की गई। अमेरिकी भौगोलिक सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल का लामजुंग रहा। लामजुंग जिला काठमांडू से लगभग 75 किलोमीटर की दूरी पर है। चीन ने तो कहा है कि भूकंप की तीव्रता 8.1 थी।
नेपाल में आये भूकंप से काठमांडू में एक नौमंजिला ऐतिहासिक इमारत धरधरा घराशयी हो गया है , बताया जा रहा है यह ईमारत 19 वीं शताब्दी की ऐतिहासिक ईमारत थी। इसके साथ और भी इमारतें नेपाल में धराशायी हो गईं। नेपाल के शाही महल को भी चारों ओर की दीवारों को भी नुकसान पहुंचा है। झटका बेहद विनाशकारी साबित हुआ। मलबे में फंसे लोग दर्द से कराहते रहे, जबकि बचावकर्मी उन्हें बाहर निकालने के काम में लगे हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, काठमांडू में भारी संख्या में लोग घायल हुए हैं, क्योंकि यहां दर्जनों इमारतें भरभराकर गिर गई हैं। भूकम्प की वजह से नेपाल में काठमांडू हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है, जिसके कारण भारत से काठमांडू की उड़ान को रद्द करना पड़ा है। इस बीच इंडिगो का एक विमान वापस दिल्ली लौट गया।
अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक, भूकंप की वजह से माउंट एवरेस्ट पर हिमस्खलन हुआ है। इसमें कई पर्वतारोहियों के फंसे होने की आशंका व्यक्त की गई है, जबकि भारत के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय सेना एक पर्वतारोही दल सुरक्षित है और उसे राहत अभियान में मदद के लिए कहा गया है।
भारत में आये 6 रिक्टर पर आये भूकंप झटके दिल्ली से गुवाहाटी और श्रीनगर से जयपुर तक महसूस किए गए। इसके आलावा पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल, बिहार, नागपुर, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, और भारत के ने हिस्स्सो से भी भूकम्प की खबरे आ रही है। भारत में इस भूकम्प से अब तक 36 लोगों की मौत की खबर है, जबकि सबसे ज्यादा नुकसान बिहार में हुई है जहाँ 25 लोगो के मौत की खबर है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, भारत में रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6 और गहराई 10 किलोमीटर दर्ज की गई। भारत में बिहार में दो बच्चों सहित पांच लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि पश्चिम बंगाल में दो व्यक्ति की मौत हुई है। उत्तर भारत से आई खबरों के मुताबिक, भूकंप और तेज झटकों के बाद लोग अपने घरों और कार्यालयों से निकलकर बाहर आ गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकम्प के बाद ट्वीट कर कहा, \"नेपाल में भूकंप की खबर आई है। भारत के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में अधिक जानकारी इकट्ठा करने की प्रक्रिया में हैं और भारत और नेपाल दोनों जगह भूकंप से प्रभावित लोगों तक पहुंच बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं।
भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर भारत में भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद आपदा प्रतिक्रिया एजेंसियां जैसे राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) को अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने दुख नेपाल की हालात पर जताते हुए कहा, \"मेरी संवेदनाएं नेपाल के उन लोगों के साथ हैं, जो इस भीषण भूकंप से प्रभावित हुए हैं। इस मुश्किल घड़ी में हम नेपाल के लोगों के साथ हैं।\"
इसी बीच, नेपाल में आए भीषण भूकंप के मद्देनजर पड़ोसी देश को सहायता के लिए तत्काल कदम उठाते हुए भारत ने शनिवार को राहत सामग्री से भरे दो विमानों व राहतकर्मियों को नेपाल के लिए रवाना किया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दो सी-17 ग्लोबमास्टर विमान को हिंडन एयरबेस से नेपाल के लिए रवाना किया गया। भारत से नेपाल के लिए एनडीआरएफ की 4 और एयरफोर्स की 10 टीमें भेजी गयी है।
इस भूकम्प के बाद प्रधानमंत्री मोदी से लेकर अन्य राज्यों के के मुख्यमंत्री ने अपनी सवेदना प्रकट की है :-
नरेंद्र मोदी :- हम और अधिक जानकारियां जुटाने की कोशिश कर रहे हैं और भारत तथा नेपाल में प्रभावित हुए लोगों तक पहुंचने की दिशा में काम कर रहे हैं। नेपाल में भूकंप की खबर आई है। भारत के विभिन्न हिस्से में भी भूकंप महसूस किए गए हैं।
ममता बेनर्जी :- हम बंगाल में विशेषकर दार्जीलिंग और सिलिगुड़ी के हालात पर नजर बनाए हुए हैं। हमने आपदा प्रबंधन की वरिष्ठ टीम और अन्य से बात की है।
अरविन्द केजरीवाल :- दिल्ली में भूकंप के झटके। मैं लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। अधिकारी स्थिति का आकलन कर रहे हैं।नेपाल में आए भूकम्प के झटको के बाद पूरा भारत ही हिल गया