चेन्नई 2 मार्च (वीएनआई) बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ्कल यहां हुए बीसीसीआई चुनाव में निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिये गये हैं.2004 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से अपमानजनक परिस्थितियों में उन्होंने बाहर जाना पड़ा था। उन पर आर्थिक गड़बड़ियों और धोखाधड़ी का आरोप लगा था, लेकिन दस साल के बाद वह एक बार फिर जोरदार वापसी करने जा रहे हैं। डालमिया एन. श्रीनिवासन गुट की ओर से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार थे. बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष डालमिया शीर्ष पद के सबसे प्रबल दावेदार थे क्योंकि किसी और नाम पर सर्वसम्मति नहीं बन सकी थी. गौरतलब है कि बीसीसीआई अध्यक्ष पद नामांकन का समय एक मार्च को तीन बजे तक का था.लेकिन कल तीन बजे तक किसी और उम्मीदवार ने नामांकन नहीं किया. इसी प्रकार ्कल ही शाम छह बजे तक नामांकन की छानबीन होनी थी. डालमिया के अध्यक्ष बनने की औपचारिक घोषणा आज जाएगी.
बोर्ड के प्रावधानों के मुताबिक, इस बार ईस्ट ज़ोन से बीसीसीआई अध्यक्ष चुना जाना है। डालमिया ईस्ट ज़ोन के बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं। 74 साल के डालमिया का भारतीय क्रिकेट से पुराना रिश्ता है। 1979 में वे बीसीसीआई में आए और 1983 में वे बोर्ड के कोषाध्यक्ष बने। उन्हें भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदलने वाले प्रशासकों में गिना जाता रहा है। बोर्ड अध्यक्ष आईएस बिंद्रा के साथ मिलकर उन्हें 1987 और 1996 में वर्ल्ड कप आयोजन को भारत लाने का श्रेय जाता है।
2001 से 2004 तक वे बीसीसीआई के अध्यक्ष भी रहे। इससे पहले 1997 में वे तीन साल के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष भी रहे। 2004 में बीसीसीआई से हटाए जाने के बाद एन श्रीनिवासन ने 2007 में उनकी क्रिकेट की दुनिया में फिर से वापसी कराई, इसलिए जब श्रीनिवासन को बीसीसीआई अध्यक्ष पद का काम छोड़ना पड़ा तो उनकी जगह अंतरिम जिम्मेदारी संभालने के लिए जगमोहन डालमिया ही सामने आए।
अन्य पूर्व अध्यक्ष पवार को अध्यक्ष पद के लिये संभावित उम्मीद्वार माना जा रहा था. वह कल ही यहां पहुंच गये थे और उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बैठक भी की पर शरद पवार को पूर्वी क्षेत्र से प्रस्तावक नहीं मिला जिससे वह आज होने वाली बहु प्रतीक्षित आम सभा की बैठक से पहले ही दौड से हट गये इसलिये डालमिया का रास्ता साफ हो गया पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर भी एजीएम के लिये यहां पहुंच गये हैं. पवार गुट से उपाध्यक्ष पद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया, रवि सावंत और एम पी पांडोव उम्मीद्वार हैं. उच्चतम न्यायालय के आदेश के कारण श्रीनिवासन को मजबूर होकर अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लडना पडा जिससे डालमिया का शीर्ष पद पर पहुंचने का रास्ता साफ हुआ.
श्रीनिवासन आज चुनाव प्रक्रिया के दौरान केवल मतदान कर पाएंगे. श्रीनिवासन के उच्चतम न्यायालय में कानूनी जंग में व्यस्त होने के कारण एजीएम पिछले कुछ समय से टाली जा रही थी. उच्चतम न्यायालय अभी आईपीएल स्पाट फिक्सिंग की सुनवाई कर रहा है. अदालत ने श्रीनिवासन की बीसीसीआई अध्यक्ष और आईपीएल टीम मालिक के तौर पर हितों के टकराव की कडी आलोचना की थी.