ढाका 6 जून (अनुपमा जैन वीएनआई) भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम करार हुए हैं. इसमें सबसे प्रमुख लैंड बाउंड्री एग्रीमेंट है जिसे भारत की संसद पहले ही मंजूरी दे चुकी है.
ढाका में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मौजूदगी में भारत की ओर से विदेश सचिव एस जय शंकर और उनके बांग्लादेशी समकक्ष मोहम्मद शाहिदुल हक़ ने इस पर हस्ताक्षर किये
दोनों देशों ने कुल 22 समझौतों पर दस्तखत किए हैं. इसें आपसी कारोबार को बढ़ाने, व्यापार असंतुलन को घटाने, बांग्लादेश में निवेश और एक दूसरे के साथ संपर्क बढ़ाने पर जोर है.शनिवार शाम को एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सोनार बांग्ला का सपना बंग बंधु शेख मुजीब उर रहमान की शहादत से पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से भारत का भावनात्मक लगाव है। प्रधानमंत्री मोदी ने तीस्ता नदी जल बंटवारे जैसे मुद्दों को बातचीत से सुलझाने की बात कही। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने भी मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश की आजादी में भारत के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता है। इस मौक़े पर प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश को 20 करोड़ अमरीकी डॉलर की मदद देने के साथ ही 2 अरब डॉलर की क्रेडिट लाइन शुरू करने का भी एलान किया.इससे पहले दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई। इस बातचीत से पहले नरेंद्र मोदी और शेख हसीना ने एक बैठक की।
इससे पूर्व हुए लैंड बाउंड्री एग्रीमेंट के जरिए दोनों देश वर्ष 1974 में हुए समझौते के अनुसार एक दूसरे के इलाकों की अदला बदली करेंगे. भारत और बांग्लादेश की मुख्य सीमा के भीतर कई इलाक़े ऐसे हैं जिस पर दूसरा देश दावा करता है.लैंड अग्रीमेंट के तहत भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा से जुड़ा 41 साल विवाद खत्म हो गया। इसके तहत भारत के 111 गांव बांग्लादेश को मिलेंगे। वहीं, बांग्लादेश के 51 गांव भारत में शामिल होंगे। समझौते के तहत बांग्लादेश को 17 हजार एकड़ जमीन मिलेगी। रक्षा विशेषज्ञो के अनुसार बांग्लादेश की भूमि का इस्तेमाल कर भारत अपने उत्तर पूर्व के इलाके में विकास का काम तेजी से कर सकता है। बांग्लादेश के चटगांव पोर्ट के जरिए उत्तर पूर्व के राज्यों को मदद मिल सकती है और पोर्ट के जरिए इन इलाकों में सामान आसानी से भेजे जा सकते हैं। इस क्षेत्र के विकास से इम्फाल-तामू-यंगुन-सिंगापुर पैसेज का तेजी से विकास हो सकता है
पी एम मोदी ने शनिवार को दोनों देशों के बीच बस सर्विस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह बस सर्विस कोलकाता-ढाका-अगरतला, ढाका-शिलांग-गुवाहाटी के बीच होगी। मोदी के साथ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना भी मौजूद रहीं। बतौर पीएम, मोदी का यह बीसवां विदेश दौरा है
दो दिन की यात्रा पर बांग्लादेश पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ढाका पहुंचने के बाद सबसे पहले वर्ष 1971 की लड़ाई में शहीद हुए सैनिकों की याद में बने वॉर मेमोरियल को देखने गए. यहां सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के बाद वो शेख मुजीबुर रहमान के म्यूजियम भी गए.