संयुक्त राष्ट्र,24 सितंबर(वीएनआई)भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण करने के पाकिस्तान की चालो का कड़े शब्दो मे जबाव देते हुए कहा है कि कई महीने से चल रहे पाकिस्तान के ऐसे प्रयासों को वैश्विक संस्था के सदस्य देशों ने कोई महत्ता नहीं दी है,उन सभी का ध्यान आतंकवाद के बढ़ते संकट पर है और इन्ही हरकतो को लेकर पाकिस्तान विश्व बिरादरी मे अलग थलग पड़ गया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में जिस बात को महत्ता दी जा रही है वह आतंकवाद का खतरा है जिसका सामना भारत कर रहा है, न कि कश्मीर का मसला है जिस पर शरीफ ने अपने भाषण में ध्यान केंद्रित किया था।
श्री अकबरूद्दीन ने यहा संवाददाताओं से कहा, ‘यदि संयुक्त राष्ट्र की बहस में अब तक 131 देशों ने अपनी बात रखी है, तो उनमें से 130 देशों ने उस इकलौते मुद्दे का जिक्र तक नहीं किया है जिसे पाकिस्तान ने उठाया है। इसका क्या अर्थ निकाला जाये ।’ उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र की बहस में अपनी बात रखने वाले 90 प्रतिशत देशों ने इस बात पर जोर दिया है कि आतंकवाद उनकी प्राथमिक चिंता है। अकबरूद्दीन ने कहा कि भारत अन्य देशों से उसे मिल रहे समर्थन को लेकर कृतज्ञ है। अधिक से अधिक देश आतंकवाद की बुराई से निपटने के लिए अपना समर्थन जता रहे हैं और इसके लिए खड़े हो रहे हैं.
अकबरूद्दीन ने कहा कि विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने संयुक्त राष्ट्र महाससभा के सत्र के इतर जो द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय वार्ताएं की उनमें भारत के आतंकवाद का शिकार होने की बात कही गई और भारत के प्रति एकजुटता जताई गई। उन्होंने कहा, ‘भारत के आतंकवाद से पीड़ित होने और उसके आतंकवाद के निपटने के प्रयासों की गूंज दूर तक सुनी गई।
उन्होंने कहा कि दक्षेस के विदेश मंत्रियों की बैठक में ्विदेश राज्य मंत्री अकबर ने आतंकवाद और भारत के इससे निपटने के तरीके के मुद्दे को उठाया। मंत्री ने उरी में हुई त्रासद घटना पर भारत के प्रति संवेदना एवं समर्थन व्यक्त करने वालों को धन्यवाद दिया। विदेश मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने दक्षेस बैठक में भाग लिया था। यह पूछे जाने पर कि क्या बैठक में भारत एवं पाकिस्तान के मंत्रियों के बीच कोई वार्ता हुई, अकबरूद्दीन ने कहा कि मध्याह्न भोजन के दौरान बैठक की गई और वे सभी मेज पर थे।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आगामी 26 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का पक्ष पेश करेंगी। ऐसा समझा जा रहा है कि सुषमा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के महासभा में दिए भाषण का उचित जवाब देंगी। शरीफ ने अपने भाषण में कश्मीर पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया था।
भारत ने शरीफ के भाषण पर जवाब देने के भारत के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान को ऐसा आतंकवादी देश बताया जो सरकार की नीति के तौर पर आतंकवाद का इस्तेमाल करके युद्ध अपराधों को अंजाम देता है।वी एन आई