नई दिल्ली, 18 मार्च, (वीएनआई) भारत के सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन का ऑस्ट्रेलिया से बड़ा ही खास नाता है चाहे वो उनका क्रिकेट का खेल हो या फिर उनका निजी जीवन हो। दिन प्रतिदिन क्रिकेट में बढ़ते अपने ऊँचे कद के लिए शिखर धवन अपनी पत्नी आयशा मुखर्जी को बहुत लकी मानते है। हम आपको बता दे की शिखर धवन की पत्नी भारतीय मूल की ऑस्ट्रेलियाई निवासी है और शिखर धवन का करियर भी ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ किये गए प्रदर्शन से ही चमका था।
भारतीय क्रिकेट खिलाडी शिखर धवन ने यूँ तो भारतीय टीम में वर्ष 2004 के बाद ही दस्तक देना शुरू कर दिया था, लेकिन जब से शिखर धवन की शादी भारतीय मूल की ऑस्ट्रेलियाई निवासी आयशा मुखर्जी से 2012 में हुई उसके बाद शिखर धवन का करियर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में खेले गए टेस्ट में 2013 में खेली गई 187 रन की तूफानी पारी के बाद एकदम से चमक गया और वो भारत के सलामी बल्लेबाज़ी के मज़बूत स्तम्भ बनके उभरे। चाहे वो 2013 में भारत के दौरे पर आई ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ प्रदर्शन हो या फिर 2013 में इंग्लैंड में खेली गयी चैंपियंस ट्रॉफी हो, दोनों में ही शिकार धवन ने शानदार प्रदर्शन कर भारत को जीत दिलाई और चैंपियंस ट्रॉफी में भी तिरंगा लहराया। इसलिए शिखर धवन अपनी पत्नी आयशा को अपने लिए बहुत ही लकी मानते है। मौजूदा वर्ल्डकप 2015 में भी शिखर धवन ने भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 337 रन बनाये है जिसमे दो शतक और एक अर्धशतक शामिल है।
शिखर धवन और आयशा मुखर्जी की बात करे तो, धवन भारतीय टीम के क्रिकेट खिलाडी है तो आयशा राष्ट्रीय स्तर की बॉक्सिंग खिलाडी रह चुकी है। इन दोनों की मुलाकात भारतीय टीम की टर्बनेटर हरभजन सिंह ने फेसबुक पर करवाई। उसके बाद शिकार धवन और ऑस्ट्रेलिया में रह रही भारतीय मूल की आयशा मुखर्जी के बीच दो देशो की दूरिया सोशल मीडिया के जरिये नज़दीकियों में बदलने लगी और क्रिकेटर का खिलाडी धवन आयशा के बॉक्सिंग पंच में गिरफ्तार होने लगा। शुरू में धवन के पिता इस शादी के लिए राजी नहीं थे क्योकि आयशा पहले ही शादी हो चुकी थी और उनकी दो बेटिया भी थी, लेकिन आयशा ने कुछ कारणों से अपने पति से अलग रह रही थी। बाद में शिखर ने अपनी माँ की सहमति से सभी को मना लिया और 2009 में सगाई करने के 3 साल बाद दिल्ली में धवन ने अपने साथी खिलाड़ियों और परिवार वालो की मौजूदगी में आयशा से 30 अक्टूबर 2012 में शादी कर ली।
धवन ने भारत के लिए 2004 में बांग्लादेश में अंडर-19 वर्ल्डकप में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भारत की राष्ट्रीय टीम में दस्तक देना शुरू कर दिया था, लेकिन भारतीय टीम सचिन, सहवाग और गंभीर जैसे खिलाडी होने के कारण उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा था। 2010 में धवन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय मैचों में पदार्पण किया लेकिन अछा प्रदर्शन नहीं कर पाने की वजह से फिर से उन्हें लम्बे समय के लिए टीम से बाहर होना पड़ा। वर्ष 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में सहवाग के ख़राब प्रदर्शन के बाद धवन को टेस्ट में पदार्पण करने का मौका मिला और धवन ने अपने पहले ही मैच में सबसे तेज़ 85 गेंद में भारत के लिए पदार्पण मैच में शतक जड़ा और 187 रन की शानदार पारी खेली। उसके बाद शिकार धवन ने 2013 में खेले गए 28 मैचों में 5 शतक जड़ दिया और 2013 में इंग्लैंड में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में भी शानदार प्रदर्शन कर भारत को ख़िताब दिलाया। 2013 मे ही धवन को आईपीएल मे शामिल सनचार्जर हैदराबाद की कप्तानी भी मिली। मौजूदा वर्ल्डकप मे भी शिखर धवन ऑस्ट्रेलिया मे भारत की तरफ से खूब धमाल मचा रहे है और धवन के साथ साथ भारतीय टीम भी चाहेगी की उनका यह ऑस्ट्रेलियाई लक यूँही चलता रहे।