नई दिल्ली, 01 जून, (वीएनआई) लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने वाली नई मोदी सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्रालय का कार्यभार संभालने वाले रमेश पोखरियाल निशंक अपनी डिग्री को लेकर विवादों में आ गए हैं। इससे पहले स्मृति ईरानी की डिग्री को लेकर भी विवाद रहा है।
एचआरडी मंत्री रमेश पोखरिलयाल निशंक की डी.लिट की डिग्री को लेकर दावा किया गया है कि उनकी डिग्री फर्जी है। निशंक को श्रीलंका स्थित एक अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय से दो-दो मानद डॉक्टरेट की उपाधि मिली हैं। जिसके बाद वो अपने नाम के साथ डॉक्टर लिखते हैं लेकिन जिस विश्वविद्यालय ने उनको डॉक्टरेट की उपाधि दी है, वो श्रीलंका में पंजीकृत ही नहीं है। ऐसे में उनकी डिग्री पर भी सवाल खड़े होते हैं। वहीं पासपोर्ट और दूसरे डॉक्यूमेंट में उनकी जन्मतिथि भी अलग-अलग लिखी है। सीवी के अनुसार पोखरियाल का जन्म 15 अगस्त 1959 को हुआ, जबकि उनके पासपोर्ट में 15 जुलाई 1959 है। ऐसे में उनकी दो जन्मतिथियों में एक महीने का फर्क है। गौरतलब है 2014 में स्मृति ईरानी के मानव संसाधन एवं विकास मंत्री बनने के बाद उनकी डिग्री पर भी विवाद हुआ था।
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