मसूरी, 23 जून (वीएनआई) मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकादमी ऑफ एड्मिनिस्ट्रेशन मे आईएएस ट्रेनिंग पा रहे प्रोबेशनर्स देश मे प्रशासन चलाने का प्रशिक्षण लेने के साथ इन दिनों फिल्मों की विधा की बारीकियों को समझने और फिल्मे सराहने का ज्ञान भी ले रहे है. यह पहली बार है जबकि आई ए एस प्रोबेशनर्स इस तरह का फिल्म विधा को समझने का प्रक्षिशण ले रहे है यह प्रशिक्षण उन्हे पुणे स्थित मशहूर फिल्म प्रशिक्षण संस्थान एफटीआईआई दे रहा है, जिस मे उन्हे मशहूर फि्ल्म विशेषज्ञों के साथ जाने माने फिल्म अभिनेता नसीरूद्दीन शाह, उन की अभिनेत्री पत्नि रत्ना पाठक शाह और दिव्या दत्ता ने फिल्म विधा की व्यापक जानकारी दी.
इस अवसर पर एफटीआईआई के निदेशक भुपेन्द्र कैन्थोला ने वी एन आई को बताया कि यह पहली बार है कि भारत के भावी नीति निर्माताओं को फिल्म विधा समझने, उस की तकनीकि बारीकियॉ समझने का प्रशिक्षण दिया गया. तीन दिवसीय यह कार्यक्रम आज सम्पन्न हुआ जिस मे आई ए एस प्रोबेशनर्स ने फिल विधा को समझने के बारे मे उत्सुकता और उत्साह से अपनी जिज्ञासायें रखी. श्री कैन्थोला ने कहा कि तीन दिवसीय इस कार्यक्रम मे उन्हे फिल्मो के इतिहास से ले कर फिल्मों के सभी पक्ष निर्देशन, एडिटिंग, फोटोग्राफी, तकनीकि पक्ष जैसे सभी पक्षों की पूरी जानकारी दी गई. उन्हे. न/न केवल भारतीय फिल्मों के इतिहास बल्कि हॉलीवुड की दुनिया की फिल्मी इतिहास की जानकारी दी गई और भारत की हरिश्चन्द्र, आलमआरा जैसी शुरूआती फिल्मों के अलावा मील का पत्थर बन चुकी शुरूआती अंतर राष्ट्रीय फिल्मों के चुनींदा अंश भी दिखाये गये.इस कार्यक्रम मे 178 आई ए एस प्रोबेशनर्स और रॉयल भूटान सिविल सर्विसेस की तीन प्रोबेशनर्स ने हिस्सा लिया जो भारत सरकार के सहयोग कार्यक्रम. के तहत अकादमी मे प्रक्षिशण ले रहे है.इस कार्यक्रम के निर्देशक पॉच बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित सम्मानित ऐर संस्थान के छात्र रहे संकल्प मेशराम ने किया.
गौरतलब है कि आई ईस प्रोबेशनर्स ने राज्यों और जिले मे एक वर्ष के प्रशासनिक काम काज के अनुभव के बाद छह सप्ताह के दूसरे चरण के प्रशिक्षण के तहत यह फिल्म अप्रेशियेशन कार्यक्रम संचालित किया गया. श्री कैन्थोला ने बताया कि संस्थान के 'स्किलिंग इंडिया इन फिल्म एंड टेलीविजन 'स्किफ्ट' की पहल के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया.उन्होने बताया कि स्किफ्ट के तहत एफ टी आई आई देश भर में कश्मीर से ले कर अंडमान तक इस तरह के कार्यक्रम चला रहा है जो खासे लोक्प्रिय हो रहे है. विशेष तौर पर बच्चो मे यह अल्पावधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम खासे लोकप्रिय है जिस्मे वे कच्ची उम्र मे ही फिल्म विधा की बारीकियॉ समझते है और उन मे खासे दिलचस्पी लेते है. श्री केन्थोला ने बताया कि देश के सुदूरर्वती क्षेत्रों मे के स्किफ्ट कार्यक्रमों के प्रति उत्साह देखते ही बनता है.वी एन आई
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