नई दिल्ली, 13 अप्रैल (शोभनाजैन/वीएनआई)भारत ने पिछले 25 साल से पाकिस्तान द्वारा कथित जासूसी के आरोप में जेल में डाले गये भारतीय किरपाल सिंह की 'संदिग्ध मौत' के मामले को पाकिस्तान के साथ उठाते हुए उसके पार्थिव शव को विलंब भारत मे लाये जाने की मॉग की है.। पाकिस्तान स्थित भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त ने आज पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के दक्षिण एशिया मामलो के महा निदेशक से मुलाकात कर् यह मॉग रखी. मीडिया में आई रिपोर्टों के अनुसार कोट लखपत जेल में बंद किरपाल सिंह सोमवार सुबह अपनी कोठरी में मृत पाए गए थे। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिन्ना अस्पताल भेजा गया है। गौरतलब है कि 1992 में किरपाल वाघा सामा पार करके पाकिस्तान भटक कर चले गए थे जहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और इसके बाद पंजाब प्रांत में हुए सिलसिलेवार बम धमाके में उसे दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई गई थी। हालांकि बाद मे उसे पाकिस्तान के पंजाब उच्च न्यालय ने विस्फोटो के आरोपो से बरी कर दिया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप के अनुसार पाकिस्तान सरकार के अनुसार किरपाल सिंह की मौत गत ११ अप्रैल को दिल का दौरा पड़ने से हुई.
प्रवक्ता विकास स्वरूप ने आज यहां कहा कि पाकिस्तान में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त ने विदेश कार्यालय मे दक्षिण एशिया मामलो के महा निदेशक से मुलाकाल कर किरपाल सिंह के शव को अविलंब भारत लाने की मांग की' इससे पूर्व प्रवक्ता ने कहा था कि इस मॉग के साथ ही कार्यवाहक उच्चायुक्त किरपाल की मौत के कारणों और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की भी आधिकारिक जानकारी मागेंगे। इससे ्पूर्व कृपाल सिंह के जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए जाने के बाद मंगलवार को उनके संबंधियों ने भारत-पाकिस्तान अटारी सीमा पर प्रदर्शन किया.
कृपाल के संबंधियों ने अटारी सीमा पर एकीकृत जांच चौकी के पास पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए. किरपाल की बहन जागीर कौर और उनके अन्य संबंधियों के अलावा इस प्रदर्शन में पाकिस्तान की जेल मे मारपीट कर मारे गये सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर भी शामिल थी . दलबीर कौर ने आज कहा कि हम विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से शाम में मुलाकात करेंगे. और इस मामले में जांच टीम गठित किए जाने की मांग करेंगे.वी एन आई