नयी दिल्ली 10 नवंबर( अनुपमा जैन,वीएनआई) बिहार विधानसभा चुनाव मे करारी हार के ठीक दो दिन बाद केंद्र सरकार ने आज अपने आर्थिक सुधारो के एजेंडा को तेजी से आगे बढाने का अतयंत महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए 15 क्षेत्रों में विदेशी निवेश को आसान कर दिया गया है. जानकार इसे देश की आर्थिक प्रगति की दिशा मे एक अत्यंत महत्वपूर्ण कदम् मान रहे है.वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी विचार व्यक्त किया है विदेशी निवेश से देश की आर्थिक स्थिति में सुधार आयेगा, 'मेक इन इंडिया' जैसे कार्यक्रमों से यही करने की कोशिश कर रही है.
इस फैसले के तहत न्यूज चैनलों पर भी एफडीआई बढ़ाकर 29 से 49 प्रतिशत कर दी गयी है. विमान सेवा और रक्षा का दायरा भी बढ़ाया गया है. इसके तहत एफआईपीबी की मंजूरी की सीमा 3,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 5,000 करोड़ रुपये की गई है. वित्त मंत्री ने कहा इस फैसले से देश में ज्यादा पैसा आ सकेगा. मोदी सरकार ने 15 सेक्टर्स में एफडीआई के नियमों में ढील देने की घोषणा की . बिहार चुनाव परिणाम के बाद सरकार का यह बड़ा रिफार्म्स माना जा रहा है. पत्रकारों के सवाल के जवाब में श्री जेटली ने कहा कि इस फैसले का बिहार चुनाव के परिणाम से कोई लेना-देना नहीं है. एफडीआई की सीमा बढ़ाने का फैसला रातों -रात नहीं लिया गया है.
जिन 15 सेक्टर्स में रिफार्म्स की घोषणा की गयी. उनमें रेलवे ,मेडिकल डिवाइसेज, कंस्ट्रक्शन,एविएशन,प्लांटेशन ,पेंशन, सिंगल ब्रांड रिटेल, माइनिंग,ब्राडकास्टिंग, बैकिंग शामिल है. केन्द्र सरकार का यह कदम देश में विदेशी निवेश को बढ़ाने के लिए किया गया है. इसके लिए सरकार एफडीआई नियमों में ढील दे रही है.
सरकार ने रबड़, कॉफी, इलायची, पाम आयल व जैतून की बागवानी में 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी है. माना जा रहा है कि इस निर्णय से आर्थिक सुधारों को नयी दिशा मिलेगी. केन्द्र सरकार ने एकल ब्रांड खुदरा कारोबार में एफडीआई नीति में ढील दी, कंपनियों को इकामर्स के जरिए उत्पाद बेचने की अनुमति दिये जाने का निर्णय लिया गया है. क्षेत्रीय विमानन सेवाओं में स्वत: मार्ग से 49 प्रतिशत तक विदेशी निवेश की छूट दी गयी है.
पिछले दिनों नयी विमानन नीति का घोषणा करते हुए सरकार ने कहा था कि सरकार राज्यों तक पहुंचने वाली हवाई सेवा का विस्तार करना चाहती है. वित्त मंत्री ने आज यह एलान करते हुए कहा किपिछले एक महीने में भारत में व्यवसाय करना सरल हो, इसे लेकर छवि बदली है. वर्ल्ड बैंक ने रेटिंग में भी सुधार किया है. हमें उम्मीद है कि सुधार की संख्या और अधिक होगी लेकिन पिछले एक वर्ष में विदेश से निवेश 40 फीसदी बढ़ा है. नये निवेश में माना जाता है कि भारत विश्व में सबसे आगे है. इस देश को निवेश के लिए पूंजी की आवश्यकता है निवेश और पूंजी होगी तो व्यवसाय और रोजगार बढ़ पायेंगे, हमारी कोशिश भी यही है. हम निजी निवेश में भी सुधार लाने की कोशिश कर रहे हैं और सुधार आया भी है लेकिन हमें इस पर और काम करने की जरूरत है भारत दुनिया में तेज गति से चलने वाली अर्थव्यवस्था है. हमने नीति का उदारिकारण किया है, तथा कई नियम बदले हैं हमने 15 क्षेत्रों को इस निर्णय से प्रभावित किया है जिनमें 32 निवेश के क्षेत्र ऐसे होंगे जिनमें सुधार आयेगा.वी एन आई