हैमबर्ग,जर्मनी 10 अ्गस्त (अनुपमाजैन,वीएनआई) भारतीय जल सीमा के अंदर दो इतालवी नौसैनिको द्वारा दो भारतीय मछुआरो को मारे जाने के चर्चित मामले में अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल में आज से यहा सुनवाई शुरू हो रही है,केरल के समुद्री तट पर दो भारतीय मछुआरों की कथित हत्या के अभियुक्त दो इतालवी नौ सैनिको मासिमिलियानो लाटोरे और सल्वाटोरे गिरोने के मामले में अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल में भारत का पक्ष दो वकील रखेंगे. भारत ने अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता ्के बड़े वकीलो ऐलेन पैलेट और आर बंडी को अपना पक्ष रखने के लिए चुना है.आज से दो दिन तक समुद्री क़ानून संबंधी अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल इस केस की सुनवाई करेगा. गौरतलब है कि इटली के ऑयल टेंकर 'एनरिका लेक्सी' की निगरानी में लगे दो नौसैनिको ने केरल के दो मछुआरों को दोनों नौसैनिकों पर 15 फरवरी, 2012 में मार दिया था। इस मामले की भारत मे चल रही अदालती कार्यवाही को चुनौती देते हुए इटली सरकार इसे अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल मे ले गई है.इसी बीच इन दोनो वकीलो को सहयोग देने के लिये भारत के अतिरिक्त सॉलीटर जनरल पी एल नरसिंहा के साथ विदेश तथा गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियो की एक टीम भी यहा पहुंच गई है. सूत्रो ने कहा है ' भारत इस मामले को अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल मे ले जाने के इतालवी सरकार के फैसले को चुनौती दे रहा है, यह अपराध भारतीय जल सीमा मे हुआ,इसकी सुनवाई वही होनी चाहिये,अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल का इस मामले से कोई लेना देना नही है, यह उनका अधिकार क्षेत्र ही नही है' भारत की कानूनी प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए इटली के अपने नौसैनिको को बचाने के प्रयासो के चलते इस मामले का असर भारत इटली राजनयिक संबंधो पर भी पड़ने लगा था.इटली के विदेश मंत्री भी इस् मामले को ले कर भारत की यात्रा कर चुके है
इससे पूर्व भारत ्के राष्ट्रीय जांच आयोग (एनआईए) ने दोनों इतालवी नौसैनिको के खिलाफ एसयूए के तहत मृत्युदंड का मामला चलाने की अनुमति मांगी थी । इसके विरोध मे इटली के विशेष राजनयिक स्टीफन दी मिस्तुरा ने आज कहा था कि उनका देश भारत सरकार द्वारा उनके नौसैनिको के खिलाफ वैसे सभी आंतकविरोधी कानून के तहत मामला चलाए जाने का विरोध करेगा जिसमें मृत्युदंड का सजा देने का प्रावधान है अथवा अदालत का निर्देश बदलने का प्रयास किया जाए।
उल्लेखनीय है कि आरोपियों के वकील ने कहा था कि उनके मुवक्किलों ने मछुआरों को समुद्री लुटेरा समझा और चेतावनी देने के लिए पानी में गोली चलाई थी। नौसेनिकों ने भी जान से मारने के इरादे से गोली चलाने से इनकार किया है। वी एन आई