गुवाहाटी, 30 नवंबर (वीएनआई)| इंडियन सुपर लीग के तीसरे सीजन में आज इंदिरा गांधी एथलेटिक स्टेडियम में खेले गए रोमांचक मुकाबले में नार्थईस्ट युनाइटेड ने दिल्ली डायनामोज को 2-1 से हराकर अपने आप को सेमीफाइनल की दौड़ में बनाए रखा है।।
तीसरे सीजन का सेमीफाइनल खेलने वाली तीन टीमों के नाम का फैसला हो चुका है। मुम्बई सिटी एफसी, दिल्ली और एटलेटिको दे कोलकाता सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं और अगर दिल्ली ने नार्थईस्ट को आज यहां हरा दिया होता तो केरला ब्लास्टर्स का रास्ता साफ हो जाता लेकिन तीसरे सीजन का शानदार आगाज करने वाली नार्थईस्ट टीम को शायद यह मंजूर नहीं था। उसने शानदार खेल दिखाते हुए दिल्ली को 2-1 के अंतर से हराते हुए अपने अंकों की संख्या 18 कर ली है। वह हालांकि अभी भी आठ टीमों की तालिका में पांचवें स्थान पर है लेकिन उसके पास प्लेऑफ में पहुंचने का सुनहरा मौका है। उसी की तरह केरल ने 13 मैच खेल लिए हैं। उसे अंतिम मैच में नार्थईस्ट से भिड़ना है और अगर नार्थईस्ट ने यह मैच जीत लिया तो फिर वह 22 अंकों के साथ सेमीफाइनल में पहुंच जाएगा लेकिन अगर उसकी हार हुई तो कहानी उलट हो जाएगी। ऐसा लग नहीं रहा था कि इस मैच में नार्थईस्ट की जीत होगी क्योंकि पहले हाफ में दिल्ली ने बेहतर खेल दिखाया। पहला हाफ वैसे काफी मनोरंजक रहा। यह अलग बात है कि इस दौरान कोई गोल नहीं हुआ। दोनों गोलकीपरों की खूब परीक्षा हुई लेकिन वे इस परीक्षा में पूरी तरह खरे उतरे। दिल्ली ने मैच की शुरुआत आक्रामक खेल से की और वह काफी समय तक हावी रहा। उसने इस दौरान कई मौके बनाए लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
इसके बाद नार्थईस्ट ने लय पकड़ ली। आठवें मिनट में निकोलस वालेज की मैदान से विदाई के बाद रोबर्ट कुलेन ने उनका स्थान लिया और इसके बाद नार्थईस्ट के लिए काफी कुछ अच्छा होता नजर आया। उसके लिए मैच का पहला गोल 60वें मिनट में सत्यासेन सिंह ने किया जबकि दूसरा गोल 71वें मिनट में क्रीस्टीयन नाद्री ने किया। कुलेन ने इस गोल को करने में नाद्री की मदद की जबकि सत्यासेन ने पहला गोल कप्तान दिदिर जोकोरा के पास पर किया। अपने अंतिम मैच में एफसी गोवा को 5-1 से हराने वाली दिल्ली की टीम दो लगातार गोलों से हैरान रह गई और उन्हें उतारने का पूरा प्रयास किया। इस क्रम में उसे हालांकि काफी समय बाद सफलता मिली। रेगुलेशन टाइम की समाप्ति के बाद तीसरे मिनट में मार्सेले लीते परेरा ने दिल्ली के लिए पहला गोल किया लेकिन इसके बाद उसके पास बराबरी का गोल करने का समय नहीं रह गया था।