नई दिल्ली, 11 जनवरी (वीएनआई)| पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी. चिदंबरम ने आज कहा कि आधार डाटा सुरक्षित करने की सरकार की नई पहल बेकार है क्योंकि पहले ही लाखों आधार धारक अपनी यूनिक आईडी कई सेवा प्रदाताओं के साथ साझा कर चुके हैं।
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, अनिवार्यता की वजह से लाखों लोगों ने पहले ही अपने आधार नंबर कई सेवा प्रदाताओं के साथ साझा कर दिया है। नई सुरक्षा प्रणाली घोड़े के भाग जाने के बाद अस्तबल बंद करने जैसा है।
आधार डाटा को संग्रहित करने समेत नागरिकों के बायोमेट्रिक जानकारी इकट्ठा करने वाला यूआईडीएआई ने बुधवार को आधार कार्ड की गोपनीयता सुरक्षित करने के लिए दो स्तरीय प्रणाली लागू करने की घोषणा की। इसके अंतर्गत आधार धारकों को सत्यापन के लिए अपना आधार अंक नहीं देना होगा। हाल ही में एक न्यूज रिपोर्ट में आधार की जानकारी आसानी से उपलब्ध होने की रिपोर्ट छापी गई थी, जिसके बाद आधार की गोपनीयता को सुरक्षित करने के लिए सरकार ने यह घोषणा की है। नए प्रणाली के तहत, आधार कार्ड धारकों को सत्यापन के वक्त अपना आधार कार्ड नंबर साझा नहीं करने का विकल्प मौजूद रहेगा। इसके बदले 16 अंकों का वर्चुअल आईडी नंबर जारी किया जा सकता है, जिसका इस्तेमाल बिना आधार नंबर दिए ही सत्यापन के लिए किया जा सकेगा।
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