लखनऊ, 3 जुलाई (वीएनआई)| उत्तर प्रदेश की पूर्व अखिलेश सरकार में कद्दावर मंत्री रहे गायत्री प्रजापति और छह अन्य आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म मामले में लखनऊ की विशेष अदालत आज आरोप तय करेगी।
ज्ञात हो कि लखनऊ में चौक के क्षेत्राधिकारी राधेश्याम राय ने विशेष न्यायाधीश उमाशंकर शर्मा की न्यायालय में 824 पेज का आरोप पत्र पेश किया था। राय के नेतृत्व में मामले की जांच करने वाली विशेष जांच टीम ने गायत्री प्रजापति, उनके गनर चंद्रपाल, रुपेश्वर उर्फ रुपेश, अशोक तिवारी, विकास वर्मा, अमरेंद्र सिंह और आशीष शुक्ला के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए हैं।
उल्लेखनीय है कि सर्वोच्च अदालत के निर्देश पर 18 फरवरी, 2017 को लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में सामूहिक दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उसके बाद गायत्री और अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इससे पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय की एक जांच में खुलासा हुआ था कि गायत्री को जमानत देने के लिए 10 करोड़ रुपये में डील की गई थी। यह खुलासा तब हुआ जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.बी. भोसले ने गायत्री प्रजापति को जमानत दिए जाने के लिए जांच समिति गठित की थी।