लखनऊ, 21 जनवरी (वीएनआई)| उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों में दल-बदल का सिलसिला जारी है, ऐसे में राज्य की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के पूर्व कैबिनेट मंत्री और शिवपाल यादव के करीबी नेता अंबिका चौधरी ने आज सपा छोड़कर बसपा का दामन थाम लिया।
लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्थित बसपा कार्यालय में बसपा सुप्रीमो मायावती की मौजूदगी में चौधरी ने बसपा की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर उन्होंने मुलायम के परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले दो महीने से सपा में जो नौटंकी चल रही थी, उसका उद्देश्य कुछ और था। मायावती ने चौधरी को उनकी पसंद की सीट से टिकट देने की भी घोषणा की। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि अंबिका चौधरी के कद के हिसाब से बसपा में हमेशा उनका सम्मान किया जाएगा।
अंबिका चौधरी ने कहा, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता के साथ पिछले दो महीने में जो किया वह अच्छा नहीं था। वहां यह सब नौटंकी के पीछे का उद्देश्य ही कुछ और था। हम बसपा में शामिल हो रहे हैं, ताकि उप्र में 2017 में सांप्रदायिक शक्तियों को सत्ता में आने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि वह मुलायम और शिवपाल यादव दोनों के करीब थे, लेकिन समाजवादी पार्टी में जो कुछ हुआ वह अच्छा नहीं था। समाजवादी अपनी राह से भटक गए हैं। अखिलेश की ओर इशारा करते हुए चौधरी ने कहा कि जब एक बेटा अपने पिता के साथ इस तरह का बर्ताव करता है तो इसके बाद और कुछ कहने को क्या बचता है?
गौरतलब है कि अंबिका चौधरी पिछले विधानसभा चुनाव में बलिया की फेफना सीट से चुनाव लड़े थे। भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र तिवारी ने उन्हें पराजित किया था। बताया जाता है कि इस बार अंबिका को अहसास हो गया था कि अखिलेश के पास सपा की कमान होने पर उनका टिकट कटेगा, लिहाजा समय रहते उन्होंने पाला बदल लिया।