नई दिल्ली, 3 जनवरी (वीएनआई) उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में चल रही वर्चस्व की लड़ाई को लेकर आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खेमे ने निर्वाचन आयोग मे मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी से मुलाकात की और समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न 'साइकिल' पर दावा पेश किया। आखिलेश के करीबी शिव पाल यादव ने चुनाव आयोग मे हुई मुलाकात के बाद कहा कि उन्होने आयोग से कहा कि उन का दल ही असली समाजवादी पार्टी है, पार्टी के २२९ विधायको मे से २०० मे से उनके दल का समर्थन कर रहे है
सूत्रो के अनुसार अपने दावे को पुख्ता करने के लिये रामगोपाल यादव बीते रविवार को हुए पार्टी अधिवेशन का वीडियो साझा कर सकते हैं। इसके पीछे उनका उद्देश्य यह सिद्ध करना होगा कि अखिलेश यादव पार्टी के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हैं और उन्हें अधिकतर पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन प्राप्त है। वहीं इससे पहले समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने कल निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर पार्टी के चुनाव चिह्न् 'साइकिल' पर दावा पेश किया था। कल मुलायम सिंह यादव ने पार्टी नेताओं शिवपाल यादव, अमर सिंह और जया प्रदा के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की और खुद को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताते हुए कहा कि सपा के चुनाव चिह्न ‘साइकिल' पर उनका ही स्वाभाविक दावा बनता है. अब सपा की लड़ाई की गेंद आयोग के पाले में है. इधर पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी का कहना है कि सपा में जिस तरह की लड़ाई जारी है, उससे पार्टी का चुनाव चिह्न साइकिल फ्रीज हो सकता है.साइकिल का हैंडल कौन थामेगा अब गेंद चुनाव आयोग के पाले में है हालांकि यह भी सही है कि इस तरह के मामलों में फैसले के लिए कई महीनों का वक्त चाहिए. इसी धारणा के चलते आशंका व्यक्त की जा रही है कि ऐसे में साइकिल का चुनाव चिन्ह फ्रीज जब्त हो सकता है. और दोनो को अस्थाई चुनाव चिन्ह लेना होगा. इसका अहसास दोनों खेमों को है, लेकिन हथियार डालने को कोई तैयार नहीं.