मुंबई,24 फरवरी (वीएनआई ) मुंबई महानगर पालिका के लिए हुए चुनाव के बाद अब भाजपा और शिव सेना के एक बार फिर मेयर के चुनाव मे आमने समने होगी और इस संघर्ष मे कॉग्रेस के शिव सेना के प्रति रूख के बारे मे सभी राजनैतिक पंडितो की निगाहे है.
बीजेपी ने मुंबई में अब तक के सबसे बेहतरीन प्रदर्शन में सीटों के मामले में शिवसेना से लगभग बराबरी कर ली. अंतिम आंकड़ों में शिवसेना, बीजेपी से दो सीट ज्यादा पाकर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. 227 सीटों के सदन में शिवसेना को 84 सीटें मिली हैं, जबकि बीजेपी को 82. बीजेपी का यह प्रदर्शन पिछली बार के मुकाबले 50 सीट ज्यादा हैलेकिन अब चुनाव के नतीजे आने के बाद अब भाजपा शिव सेना दोनो ही मुंबई का मेयर पद अपने पास लाने की तिकड़म में जुट गई है.मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार का कहना है कि बीजेपी ने इसके लिए निर्दलीयों के साथ संपर्क स्थापित कर लिया है और अपने 82 पार्षदों के अलावा 3 निर्दलीयों का समर्थन उन्हें मिल चुका है. अगर यह सच माने तो बीजेपी और शिवसेना के पास निर्दलीयों के भरोसे एकसमान 85 पार्षदों का समर्थन आ चुका है. अगले महीने 8 मार्च से पहले मेयर चुना जाना है.
नतीजों के बाद शिव सेना प्रमुख उद्दव ठाकरे ने शिव सेना के आक्रामक तेवर अपनाते हुए कहा कि बीजेपी ने सत्ता, संपत्ति और साधन का इस्तेमाल कर जीत हासिल की है. उनका कहना है मेयर हमारा हे होगालेकिन इस मे कॉग्रेस और शिव सेना के बीच का मेल मिलाप का ऑकडा काफी कुछ निर्णायक साबित हो सकता है