नई दिल्ली, 19 अगस्त, (वीएनआई)
नरेंद्र मोदी :- मैं एफआईपीआईसी सम्मेलन को लेकर काफी आशावान हूं। मुझे उम्मीद है कि इससे प्रशांत महासागर के देशों से भारत का रिश्ता और मजबूत होगा।
अरविन्द केजरीवाल :- एफटीआईआई में जो हो रहा है, मैं उसे सुनकर हैरत में हूं। एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का संस्थान सरकार के गलत निर्णयों के कारण सुनियोजित तरीके से बर्बाद हो रहा है। मैं एफटीआईआई के विद्यार्थियों को दिल्ली में अस्थाई तौर पर पढ़ाई करने का प्रस्ताव देता हूं। दिल्ली सरकार आपको यहां अस्थाई रूप से स्थान मुहैया कराएगी, जहां आप केंद्र सरकार द्वारा आपकी मांगें मान लेने तक कक्षाओं का संचालन कर सकते हैं।
राहुल गांधी :- आधी रात की कार्रवाई में एफटीआईआई के छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया। हमारे छात्र अपराधी नहीं हैं। चुप्पी, निलंबन और गिरफ्तारी, यही अच्छे दिन का मोदी मंत्र है।
शेखर कपूर : एक समय था, जब एफटीआईआई को एशिया के सर्वश्रेष्ठ फिल्म संस्थानों में गिना जाता था और प्रतिभाशाली छात्र यहां से पढ़कर निकले। क्या हो गया?
स्वरा भास्कर : क्या यह सही है? हमारे राष्ट्र को आखिर हुआ क्या है? शर्मनाक!
अनुभव सिन्हा : बिल्कुल निंदनीय। आप असहमत छात्रों को गिरफ्तार नहीं कर सकते। जो सरकार 500 या उससे भी कम विद्याथिर्यो के साथ एक मसले पर बातचीत नहीं कर सकती, वह सीमा विवाद या ऐसे दूसरे मुद्दों का हल निकालेगी?
निखिल आडवाणी : एफटीआईआई के छात्रों की आधी रात को गिरफ्तारी दुखद है।
हंसल मेहता : प्रिय सरकार, मसले का हल निकालने की कोशिश करें, न कि बल का प्रयोग करें।