नई दिल्ली, 02 अगस्त, (वीएनआई) भारत के सर्वोच्च न्यायलय के डिप्टी रजिस्ट्रार रहे अनूप सुरेन्द्रनाथ ने 1993 के मुंबई बम धमाको के आरोपी याकूब मेमन को फांसी की सजा देने के बाद न्यायालय के फैसले की आलोचना करते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया।
फैसले की आलोचना करते हुए प्रो अनूप ने कहा की चंद घंटों के भीतर दो फैसले 'न्यायिक त्याग' के उदाहरण हैं जिनकी शीर्ष अदालत के 'अंधकारमय घंटों' के रूप में गणना होनी चाहिए। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर भी फांसी की सजा पर फैसले की आलोचना की है।
याकूब मेमन की सजा का ऐलान होने के बाद ही सुरेन्द्रनाथ ने 30 जुलाई को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, न्यायालय के सूत्रों के अनुसार उनका त्यागपत्र स्वीकार कर उन्हें पद मुक्त कर दिया गया है। प्रो सुरेन्द्र नाथ की नियुक्ति अनुबंध के तहत डिप्टी रजिस्टर के पद पर हुई थी।