नई दिल्ली, 19 अप्रैल, (वीएनआई) देशभर में कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने आज कहा है कि कोरोना संकट से यह अहसास हो गया है कि दुनिया को नए बिजनस मॉडल्स की जरूरत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज सोशल मीडिया लिंक्डइन पर शेयर किए अपने आर्टिकल में कहा कि युवा ऊर्जा से लबालब भारत कोविड-19 के बाद की दुनिया को यह नया मॉडल देगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के महासंकट ने कितना कुछ बदल दिया है। किसी ने जो सोचा नहीं होगा, वैसी परिस्थितियां पैदा हो गई हैं। उन्होंने लिखा युवा ऊर्जा से लबालब भारत दुनिया को एक नई कार्य संस्कृति दे सकता है क्योंकि यह राष्ट्र अपने नवोन्मेषी विचारों के प्रति उत्साह के लिए मशहूर है।
प्रधानमंत्री ने आगे अंग्रेजी वर्णमाला के पांच स्वर अक्षरों ए, ई, आई, ओ और यू पर आधारित क्रमशः अडेप्टेबिलिटी, एफिशिएंसी, इन्क्लूसिविटी, अपॉर्च्युनिटी और यूनिवर्सलिजम के जरिए नए बिजनस और वर्क कल्चर के लिए जरूरी बिंदुओं का उल्लेख किया। उन्होंने लिखा, 'मैं इसे वॉवेल्स ऑफ न्यू नॉर्मल कहता हूं क्योंकि अंग्रेजी भाषा में वॉवेल्स की तरह ही ये भी कोविड के बाद की दुनिया के नए बिजनस मॉडल के अनिवार्य अंग बन जाएंगे।' उन्होंने जनधन खातों को आधार और मोबाइल नंबर से जोड़े जाने का गरीबों की जिंदगी पर पड़े असर और शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक के विस्तार के लाभ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज दुनिया नए प्रकार के बिजनस मॉडल्स की तलाश कर रही है।
No comments found. Be a first comment here!