नई दिल्ली, 10 अगस्त, (वीएनआई) प्रधानमंत्री मोदी ने आज वर्ल्ड बायोफ्यूल डे के मौके पर कहा कि बायोमास को बायोफ्यूल में बदलने के लिए सरकार बहुत बड़े स्तर पर निवेश कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ल्ड बायोफ्यूल डे के मौके पर शुक्रवार को विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में कहा देशभर में 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश से आधुनिक रिफाइनरी बनाने की योजना है। रिफाइनरी के ऑपरेशन से लेकर सप्लाई चेन तक, लगभग 1.50 लाख नौजवानों को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा बायोफ्यूल का इस्तेमाल किसानों की आमदनी बढ़ाएगा। वही देश का धन बचाएगा और पर्यावरण के लिए भी वरदान साबित होगा। मोदी ने कहा कि बीते चार वर्षों में इथेनॉल का रिकॉर्ड उत्पादन किया गया है। इथेनॉल ने देश के न सिर्फ किसानों को लाभ पहुंचाया बल्कि देश का पैसा भी बचाया है। पिछले वर्ष देश को लगभग 4,000 करोड़ रुपये के बराबर की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है।बायोफ्यूल के जरिये अगले चार साल में 12 हजार करोड़ रुपये की बचत हो सकती है।
मोदी ने आगे कहा कि इथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य सरकार 2022 तक बढ़कर 10 फीसदी और 2030 तक 20 फीसदी करना है। उन्होंने कहा कि इथेनॉल उत्पादन अगले चार साल में बढ़कर 450 करोड़ लीटर हो जाएगा, जो कि अभी 140 करोड़ लीटर है। गौरतलब है कि मोदी ने कहा कि बायोफ्यूल 21वीं सदी के भारत को नई ऊर्जा देने वाला है। बायोफ्यूल यानी फसलों से निकला ईंधन, कूड़े-कचरे से निकला ईंधन। यह गांव से लेकर शहर तक के जीवन को बदलने वाला है। बायोफ्यूल से बदलाव की क्रांति घर-घर सिर्फ सरकार के प्रयासों से नहीं पहुंच पाएगी, बल्कि इसमें छात्रों, शिक्षकों, वैज्ञानिकों, कारोबारियों और जन-जन की भागीदारी अहम है।
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