भुवनेश्वर, 8 जून (वीएनआई)| पूर्वी एशियाई देशों को समुद्री आतंकवाद और मानव व मादक पदार्थो की तस्करी जैसे अपराधों से जुड़ी असुरक्षा से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए। यह कहना है केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान का।
धर्मेद्र प्रधान ने समुद्री सुरक्षा व सहयोग पर तीसरे पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) में कहा, "क्षेत्रीय देशों को समुद्री आतंकवाद, मानव और नशीली दवाओं की तस्करी समेत अपराधों, छोटे व हल्के व सामूहिक विनाश के हथियारों की तस्करी से निपटने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देशों को नौपरिवहन व ओवर-फ्लाइट (किसी दूसरे देश के वायु क्षेत्र में उड़ान भरना) की स्वतंत्रता और समुद्र के उपयोग के दूसरे अंतर्राष्ट्रीय कानूनों व समुद्री क्षेत्र के विवादों के शांतिपूर्ण निपटान के लिए अंतराष्ट्रीय कानूनों के स्थापित सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।
धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि समकालीन समुद्री सुरक्षा चर्चा समुद्र में बढ़ते खतरों को उजागर करती है, जिसमें खास तौर से गैर राजकीय तत्व (नॉन स्टेट एक्टर) की तरफ से उत्पन्न खतरे शामिल हैं।मंत्री ने कहा, अभी वार्ता के दौर से गुजर रहे प्रस्तावित आसियान-भारत समुद्री परिवहन समझौते (एआईएमटीए) से समुद्री व्या पार, नीतियों और व्यापार भागीदारी में अधिक पारदर्शिता के माध्यम से समुद्री सेवाओं तक पहुंच में सुधार करने में मदद मिलेगी। साथ ही इससे समुद्र और बंदरगाहों पर वाणिज्यिक सामानों का ले जाना सुविधाजनक होगा।
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