कुण्डलपुर,3 जून(अनुपमाजैन/वीएनआई)इस मंदिर नगरी मे आगामी 4 से 9 जून तक होने वाले समाजिक सौहार्द के 'अनूठे महामस्तकाभिषेक महोत्सव,महामस्तकाभिषेक' के उपलक्ष्य मे यहा स्थित जैन तीर्थंकर'बड़े बाबा'भगवान श्रीआदिनाथ जी की अतिशयी प्रतिमा पर भारतीय डाक विभाग विशेष आवरण जारी कर रहा है. आगामी 6 जून को होने वा्ला यह भव्य समारोह परम पूज्य 'छोटे- बाबा घोर तपस्वी एवं दार्शनिक संत शिरोमणि विद्यासागर जी महामुनिराज जी तथा उनके विशाल ससंघके सानिध्य में सम्पन्न हो रहा है। इस अवसर पर समाज के विशिष्ट जनो के साथ लाखो श्रद्धालु मौजूद रहेंगे. इस दूसरे महामस्तकाभिषेक की पावनता के साक्षी बनने और आशीर्वाद लेने देश विदेश से लाखो श्रद्धालु यहा पहुंच रहे है. समारोह के दौरान प्रतिदिन अनेक धार्मिक, आध्यात्मिक आयोजन और आचर्य विद्यासागर के प्रवचन हो रहे है. जिसमे श्रद्धालु पूरे भक्ति भाव से हिस्सा ले रहे है.
धर्म सभा मे आचार्य् श्री ने कहा कि स्वास्थय तन के साथ स्वस्थय मन बहुत जरूरी है, जहा जीव कल्याण,पर कल्याण की भावना हो, मन,वचन, काय की हिंसा नही हो, इन्ही से समाज मे सौहार्द फैलेगा, समाज मे समरसता आयेगी और हम सभी सही मायने मे 'वसुधैव कुटुबंकम' की अवधारणा को आगे बढाने मे अपना योगदान दे सकेंगे और इसी सामूहिक नैतिक बल, और दृढ इच्छा शक्ति से एक ऐसे समाज की कल्पना साकार हो सकेगी जहा समाज निर्भय होगा और शेर और बकरी के एक ही घाट पर पानी पीने की कल्पना यथार्थ हो सकेगी,
समारोह आयोजन समिति के उपाध्यक्ष और कुंडलपुर मंदिर समिति के अध्यक्ष संतोष कुमार सिंघई के अनुसार महामस्तकाभिषेक के लिये बड़े पैमाने पर तैयारियॉ की जा रही है.श्रद्धालुओ के आने जाने के लिये विमान, रेल और सड़क मार्ग से राज्य सरकार के साथ मिल कर विशेष प्रबंधो के साथ यहा श्रद्धालुओ के ठहरने, जल, बिजली और सुरक्षा आदि सभी के लिये खास इंतजाम किये गये है. आयोजन समिति के अध्यक्ष व उद्द्युगपति अशोक पाटनी के अनुसार 'छो्टे बाबा' की पावन चरण धूलि से ही समूचा वातावरण सकारात्मक उर्जा से परिपूर्ण हो जाता है, शायद यही कारण है इस छोटी सी नगरी इन दिनो एक बडे विशाल नगर मे परिवर्तित हो गयी है, जहा कण कण पर सकारात्मकता और जन कल्याण परिलक्षित हो रहा है. श्रद्धालु एक दूसरे के साथ कुटुंब भावना से मिल कर सेवा भाव से कार्य कर रहे है. उन्होने कहा ऐसे महान अवसर पर निश्चय ही सरकार द्वारा विषेष डाक आवरण जारी करना स्वागत योग्य है और समूचा जैन समाज इससे हर्षित है.
विशेष आवरण जारी किये जाने के प्रस्ताव के प्रणेता और आचार्य श्री के विद्वान शिष्य मुनि श्री अभयसागर जी के अनुसार इस तरह के फैसलो से समाज मे सौहार्द और समरसता आती है और भगवान के अतिशय का आशीर्वाद से सभी आह्वलादित होते है, इस परियोजना से सक्रिय रूप से जुड़े श्रद्धालु निर्मलकुमार पाटोदी के अनुसार इतने अल्प समय मे सरकार् द्वारा विशेष आवरण जारी करने की घोषणा से समूचा ्जैन समाज आभारी है.गौरतलब है ्कि यह पुण्य भूमि श्रीधरकेवली के चरण चिह्न की सिद्ध भूमि है।जहाँ सरोवर के आस पास सहित निकटवर्ती पहाडो के मनोहारी प्राक्र्तिक सुषमा और आध्यात्म से महकते माहौल मे पचास से भीअधिक छोटे-बड़े मंदिरों का विशाल समूह विद्यमान है।वी एन आई