नई दिल्ली, 02 जुलाई, (वीएनआई) क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के कार्यकर्ता और छात्रों ने दिल्ली विश्वविधालय में दाखिले में एनआइओएस (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ ओपन स्कूल) और स्टेट बोर्ड के छात्रों के साथ की जा रही गैरबराबरी के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन किया|
केवाईएस संगठन ने बताया कि एनआइओएस ने अपने छात्रों का मार्कशीट अभी जारी नहीं किया है जिस कारण से छात्रों को विभिन्न कॉलेजों में दाखिला नहीं दिया जा रहा है| एनआइओएस के कई छात्रों को कट ऑफ़ में अंक आने के बावजूद एडमिशन से महरूम होना पड़ रहा है| हालाँकि एनआइओएस ने प्रोविसिओनल सर्टिफिकेट जारी किया है जिसको दिल्ली विश्वविधालय मान्यता नहीं देता है|
क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के एक प्रतिनिधिमंडल ने डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर के समक्ष एक ज्ञापन सौंपा| डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर ने आश्वासन दिया है कि वो इस ज्ञापन को ज्वाइंट रजिस्ट्रार(अकादमिक) को फॉरवर्ड करेंगे| संगठन ने बताया कि समस्या की बात ये है कि इस सब के बीच कहीं एनआइओएस के छात्र को सीट न गंवाना पड़ जाए| अगर कोई उचित कदम नहीं उठाया गया तो हम यह विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे|
संगठन के अनुसार ज्ञापन में इस बात को भी उठाया गया है कि अन्य राज्य बोर्ड से पढ़े छात्र जिनका विषयों में थ्योरी कॉम्पोनेन्ट 70 से कम है उनके 10 नंबर उन विषयों में काटे जायेंगे | स्टेट बोर्ड के छात्रों के साथ इस गैरबराबरी के कारण बहुत से दूरदराज से आये छात्र जो दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेना चाहते हैं वो एडमिशन से वंचित रह जायेंगे| यह उन छात्रों के साथ एक धोखा भी है क्योंकि प्रॉस्पेक्टस में 10 नंबर काटने की कोई बात नहीं लिखी गयी थी| अतः ज्ञापन में हमने मांग की है कि इस स्टेट बोर्ड के छात्रों के साथ ये गैरबराबरी को तुरंत ख़तम किया जाए और केंद्रीय और स्टेट बोर्ड को एक समान माना जाए|