अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाला मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को सशर्त जमानत मिली

By Shobhna Jain | Posted on 26th Dec 2016 | देश
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नई दिल्ली, 26 दिसंबर (वीएनआई) अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाला मामले में आज पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को सशर्त जमानत मिल गई. इस मामले में संजीव त्यागी और गौतम खेतान भी आरोपी हैं लेकिन उन्हें अभी जमानत नहीं मिली है. उनकी याचिका पर सुनवाई अब 4 जनवरी को होगी. पटियाला हाउस कोर्ट ने कोर्ट ने जमानत देते हुए शर्तें लगाई हैं. कोर्ट ने दो लाख के मुचलके पर जमानत दी है. गवाहों और सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करने की हिदायत दी है. कोर्ट ने यह भी साफ कर दिया है कि जमानत की अवधि के दौरान त्यागी एनसीआर छोड़कर नहीं जाएंगे और जांच में सहयोग करेंगे. मामले में आरोपी पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी और अन्य आरोपियों की जमानत याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट ने फैसला सुनाया है. इससे पहले कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था. सीबीआई ने 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर डील मामले को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप में 9 दिसंबर को भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख एस पी त्यागी और दो अन्य को गिरफ्तार किया था. साल 2007 में एयर चीफ मार्शल के पद से सेवानिवृत हुए त्यागी से सीबीआई ने गिरफ्तारी से पहले गहन पूछताछ की थी. त्यागी के साथ उनके चचेरे भाई संजीव उर्फ जूली त्यागी और वकील गौतम खेतान को भी गिरफ्तार किया गया था. पहली बार किसी पूर्व भारतीय वायुसेना प्रमुख को केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से गिरफ्तार किया गया था. सुनवाई में जमानत का विरोध करते हुए सीबीआई ने कहा कि ये एक बड़ी और अहम जांच है जिसमें कई हाई रैंक लोगों की भूमिका की जांच जारी है. अभी की जांच में त्यागी के खिलाफ अहम सबूत मिले हैं जिनसे घोटाले की कड़ियां जोड़ने में मदद मिलेगी. मामले में आरोपियों के मीटिंग करने और उनकी जगहों को भी साबित करने वाले सबूत मिले हैं. इस जांच के बारे में अभी ज्यादा खुलासा नहीं किया जा सकता क्योंकि अगर आरोपी को पता चल गया कि जांच किस दिशा में चल रही है और किससे पूछताछ होगी, कहां छापामारी होगी तो वो दूसरे लोगों को आगाह कर सकता है और वो लोग अहम सबूतों को नष्ट कर सकते हैं. जांच एजेंसी यह जॉच नही कर रही है कि पैसा किस ने किसे बल्कि ये छानबीन कर रही है कि इस अपराध को किस तरीके से अंजाम दिया गया. इसमें कौन कौन लोग शामिल थे. इस मामले में सीबीआई व्यवस्थित ढंग से जांच को आगे बढ़ रही है. जल्दबाजी में किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता. ये जांच इटली और 8 देशों तक पहुंची है जिसमें लाखों दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं. 70 फीसदी दस्तावेज इटेलियन भाषा के हैं जिनका अनुवाद किया जा रहा है. हालांकि कोर्ट ने पूछा कि जांच पूरी होने में कितना वक्त लगेगा तो सीबीआई की ओर से एएसजी तुषार मेहता ने कहा कि वक्त के बारे में अभी नहीं बताया जा सकता.
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