नई दिल्ली 9 जनवरी (वीएनआई) अगर आप ख़ुशी चाहते हैं तो आपको आपको ख़ुश रहने की प्रैक्टिस करनी पड़ेगी। बार बार की प्रैक्टिस से ख़ुश रहना आपकी आदत बन जाएगी और तब ख़ुशियां आपकी तरफ़ आकर्षित होंगी और दुख आपके पास फटकेगा भी नहीं ।अक्सर पाया गया ही की जो लोग ख़ुश रहने का अभ्यास कर करते हैं, वे ज़्यादातर ख़ुश ही रहते हैं। सिर्फ खुशी के अभ्यास से ही ख़ुशी के फूलों की खेती लहलहाने लगेगी ,जब आपका मन हरा भरा हो जाएगा तो ख़ुशहाली आपकी तरफ़ ख़ुद ही दौड़ी चली आएगी।