सासेबो जापान19 जुलाई(अनुपमाजैन,वीएनआई) चौंकिये मत अगर जापान के इस होटल मे पहुंचते ही रोबोट रिसेपशनिस्ट पहुंचते ही अंग्रेजी मे आपका मीठी सी मुस्कान के साथ स्वागत करते हुए 'वेल्कम' क़हे. होटल के रिसेप्शन पर चेक-इन,चेक-आउट करने से लेकर आपका सामान कमरे में पहुंचाने तक, यहां हर काम रोबोट करे। जापान के 'हेन ना होटल' में आपका स्वागत है जहां होटल के रिसेप्शन पर चेक-इन,चेक-आउट करने से लेकर आपका सामान कमरे में पहुंचाने तक, यहां हर काम रोबोट करता है।लागत को बचाने के लिए लगभग हर काम रोबोट से करवाया जाता है। इस होटल ्की मालिक हिडियो सवाडा का मानना है कि रोबोट का इस्तेमाल सिर्फ ध्यान बटोरने के लिए नहीं किया जा रहा, ये तो टैक्नॉलॉजी का भरपूर इस्तेमाल करने के लिए उठाया गया एक जरुरी कदम है।जापान के एक होटल का संचालन पूरी तरह रोबोटों ने संभाल लिया है। आगंतुकों के लिए दरवाजा खोलने से लेकर सभी काम रोबोट करने लगे हैं। सभी कर्मियों को छुट्टी कर दी गई है।
72 कमरों के इस होटल के रिसेप्शन पर युवती के वेष में एक रोबेट बैठता है और एक मेकैनिकल डायनोसोर आपके ऑर्डर लेता है है। हेन ना का अर्थ है 'अलौकिक'।
यहां टच स्क्रीन और फेशियल रिकॉगनीशन स्स्टिम लगा है। इस होटल में एक रात ठहरने का शुल्क 72 डॉलर है। आगंतुकों का सामान रोबोट ही उठाते हैं और उन्हें कमरे तक ले जाते हैं।
अब चलिये होटल के अंदर, रिसेपश्निस्ट रोबोट आपसे कहेगी "चेक-इन के लिए 1 दबाइए।" इसके बाद मेहमान को एक बटन दबाना होगा और अपनी जानकारी एक टच पैनल स्क्रीन पर भरनी होगी। इस होटल को खोलने से पहले इसी सप्ताह इसे पत्रकारों को दिखाया गया।
जापानी में इसका नाम हेन ना होटल है और इसकी एक और ख़ासियत है, यहां इस्तेमाल की जाने वाली फेशियल रिकग्निशन टैक्नॉलॉजी यानि चेहरे को पहचानने वाली तकनीक। चेक-इन के दौरान इलेक्ट्रॉनिक चाबियां देने के बजाय यहां मेहमान के चेहरे की डिजिटल इमेज रजिस्टर हो जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आपसे चाबी घूम गई तो रोबोट शायद उसे ढूंढ नहीं पाएंगे। इसलिए होटल ने चाबी का झंझट ही नहीं रखा।
इसके अलावा होटल में रोबोट क्लौक रूम भी है जहां एक रोबिटक हाथ की मदद से आप अपना सामान लॉकर में रख सकते हैं। सवाडा की कोशिश है कि उनके होटल में कुछ नयापन नज़र आए, साथ ही वह लगातार बढ़ रही होटल की कीमतों के बारे में भी कुछ करना चाहते हैं। तभी तो जहां हेन ना होटल में आप 80 डॉलर में ठहर सकते हैं, वहीं दूसरे होटल के लिए आपको दो या तीन गुना कीमत चुकानी पड़ सकती है।
गौरतलब है कि रोबोटिक टैक्नॉलॉजी में जापान का कोई सानी नहीं है। यहां की सरकार मानती है कि तरक्की के लिए रोबोटिक्स को दरकिनार नहीं किया जा सकता है। उत्पादन में तो रोबोट्स का इस्तेमाल पहले से ही हो रहा है लेकिन अब इस देश में इंसानों से बातचीत करने और बुज़ुर्गों का ख्याल रखने के लिए भी रोबोट्स का इस्तेमाल करना चाहता है।
हालांकि रोबोट से लैस इस होटल में सुरक्षा के लिए अभी भी इंसानों का ही सहारा लिया जा रहा है। इस होटल में सुरक्षा कैमरा लगे हुए हैं जिस पर नज़र रखने के लिए कुछ लोगों को तैनात कर रखा है क्योंकि मेहमानों की सुरक्षा को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है।
इसके अलावा होटल के कमरे में एक लैंप के साइज़ का रोबोट मौजूद होगा जो आपके साधारण से सवालों का जवाब दे पाएगा जैसे टाइम क्या हुआ है और कल का मौसम कैसा रहेगा। आप इसे कमरे की बत्ती बुझाने के लिए भी कह सकते हैं क्योंकि दीवारों पर किसी तरह के स्विच नहीं दिखाई देंगे। वी एन आई