नई दिल्ली 22 अप्रैल (वीएनआई) दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल जंतर मंतर पर एक बार दोबारा आंदोलन का नेतृत्व करते नज़र आएं, गेकेंद्र सरकार की ‘किसान विरोधी नीति और भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ आयोजित एक रैली को संबोधित करेंगे.
रैली की शुरुआत जंतर-मंतर पर होगी जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने समर्थकों को संबोधित करेंगे, पर कहा जा रहा है कि वह संसद की ओर मार्च का हिस्सा नहीं होंगे।
केंद्र पर निशाना साधते हुए आप प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि पार्टी किसानों के लिए इस ‘घातक कानून’ के खिलाफ पुरजोर विरोध करेगी। पार्टी ने इस रैली के लिए बाकायदा उनके नेतृत्व में किसान संघर्ष समिति भी गठित कर दी है. आम आदमी पार्टी का दावा है कि पंजाब, हरियाणा ,उत्तरप्रदेश, दिल्ली ,समेत महाराष्ट्र ,बिहार, झारखण्ड से भी किसान उनकी किसान रैली में शामिल होने आएंगे. पार्टी ने कहा कि छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब, हरियाणा, ओडिशा, बुंदेलखंड और पूर्वांचल से किसान कल रैली में शामिल होंगे।
सिंह ने कहा, ‘भाजपा का कहना है कि उसने अधिनियम में जरूरी बदलाव किए हैं। यह कुछ नहीं बल्कि एक मजाक है। भाजपा को सत्ता में आने के नौ महीनों बाद ही इस अधिनियम के प्रावधानों में बदलाव के लिए किस चीज ने विवश किया। यह कुछ नहीं, बल्कि अपने कुछ उद्योगपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने का कदम है।’ आप नेता कुमार विश्वास ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वह छुट्टी और मनोरंजन दौरे से आ गए हैं। अब यह नेता किसानों के कल्याण के बारे में बात कर रहे हैं।.उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि हरियाणा में रॉबर्ट वड्रा को कैसे फायदा पहुंचाया गया।’
पार्टी के वरिष्ठ नेता आशुतोष इसे सिर्फ केंद्र की गूंगी-बहरी सरकार तक अपनी आवाज़ पहुँचाने का जरिया बताया है .कहा जा रहा है चूंकि संसद का सत्र चल रहा है इसलिए एक सांकेतिक मार्च भी संसद की तरफ किया जायेगा, लेकिन कानून हाथ में नहीं लिया जायेगा.
उधर अरविंद केजरीवाल ने खंडवा में चल रहे जल सत्याग्रह के समर्थन में मध्य प्रेदश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को चिट्ठी लिखी है. केजरीवाल ने चिट्ठी में कहा है कि जब आप मैं कोर्ट सब चाहते हैं कि विस्थापितों का उचित पुनर्वास हो तो बिना पुनर्वास के विस्थापन क्यों? केजरीवाल ने कहा आंदोलनकारियों की बात सुनें और समाधान करें