कोलंबो, 23 अप्रैल (वीएनआई) श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए धमाकों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएसआईएस ने ली है. आज आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने अपनी 'अमाक न्यूज एजेंसी' के जरिए हमलों की जिम्मेदारी ली. श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए सिलसिलेवार भीषण धमाकों में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और ६00 से अधिक लोग घायल हुए थे. श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर गिरजाघरों और होटलों में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में 10 भारतीय नागरिकों की भी मौत हो हुई थी.
गौरतलब हैं कि 7 आत्मघाती हमलावरों ने इन हमलों को अंजाम दिया था. ्श्रीलंका के इतिहास में अभी तक के ये सबसे घातक हमले थे.िन हमलों के बादश्री लंका में कल आधी रात से आपातकाल लगाने का निर्णय भी लिया गया था.
समाचारों में पहले बताया गया था कि न्यूजीलैंड के शहर क्राइस्टचर्च में मुस्लिमों पर हुए हमले का बदला लेने के लिए श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में धमाके किए गए हैं. यह बात शुरुआती जांच में सामने आई थी. इस बात की जानकारी श्रीलंका के उप रक्षामंत्री ने दी थी. उन्होंने कहा था, जो भी श्रीलंका में हुआ उसके पीछे क्राइस्टचर्च में मुस्लिम पर हुआ हमला है'. श्रीलंका सरकार ने कहा है कि ईस्टर के मौके पर रविवार को देश में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की वजह से हुई विनाश की घटना कल्पना से परे थी और खुफिया जानकारी पहले मिल जाने के बावजूद देश में बड़ी संख्या में मौजूद गिरजाघरों को सुरक्षा प्रदान करना तकरीबन ‘असंभव' था.
इन सिलसिलेवार बम धमाकों में ्श्री लंकाई नागरीकों के अलावा बड़ी तादाद में विदेशी मारे गये.मारे गये 33 विदेशी नागरिकों में सबसे अधिक 10 लोग भारत से हैं. श्रीलंका के विदेश मंत्रालय के अनुसार हमले में मारे गये विदेशी नागरिकों में भारत के 10, ब्रिटेन के सात, चीन, सउदी अरब और तुर्की के दो-दो तथा फ्रांस, जापान, बांग्लादेश, नीदरलैंड और स्पेन के एक-एक नागरिक शामिल हैं. इनके अलावा दो लोग अमेरिका और ब्रिटेन की दोहरी नागरिकता वाले तथा आस्ट्रेलिया और श्रीलंका की दोहरी नागरिकता वाले दो लोग भी शामिल हैं.्वी एन आई
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