योंगोन,म्यांमार 31 जुलाई 2015 (यश कुमार,वीएनआई) म्यांमार के उतर और दक्षिण में 16 जुलाई से आई बाढ ने अब विकराल रूप धारण कर लिया है इस भीषण बाढ़ में अब तक 27 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और हज़ारों के घर बर्बाद हो गये हैं. सरकार द्वारा इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है.
बाढ़ का पानी बढ़ने के कारण राहत और बचाव कार्य में रुकावटें आ रही हैं.
पर्वत और भूस्खलन के कारण दूर दूर के गाँवों और पहाड़ी इलाकों मे अब तक नहीं पहुँचा जा सकता है। बाढ़ प्रभावित लोगों के सहायतार्थ सेना को तैनात किया गया है।
16 जुलाई से हो रही लगातार वर्षा ने आवागमन के सभी साधनों को बुरी तरह प्रभावित किया है। वर्षा के कारण सड़क, रेल लाईन, पुल और स्थानीय लोगों के घर-द्वार पानी के साथ ही बह गये हैं। बाढ़ में कई लोगों के लापता होने की भी आशंका है।
अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार म्यांमार तकरीबन डेढ लाख लोग विस्थापित और बेघर हो गये हैं। एक पूर्व सरकारी अधिकारी के अनुसार "बाढ़ के बृहद प्रकोप ने 27 लोगों की जान ले ली है। मनडाले प्रान्त से 4 लोगों के लापता होने का भी समाचार है।" यत सप्ताह से लगातार बारिश से स्थानीय अधिकरियों को बाढ से प्रभावित लोगों तक पहुँचने में ्बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैहै। संयुक्त राष्ट्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार म्यांमार में सेना के जवान स्थानीय लोगों के साथ बचाव और राहत कार्य में युद्ध स्तर से लगे हैं।