नई दिल्ली, 31 जुलाई लीबिया के सिर्ते शहर से चार भारतीयों को अगवा कर लिया गया है, जिनके बारे में केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह उन्हें मुक्त कराने की कोशिश कर रही है।
लीबिया के सिर्ते से अगवा चार भारतीयों में से तीन वहां व्याख्याता के पद पर कार्यरत थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि त्रिपोली स्थित भारतीय दूतावास को गुरुवार रात 11 बजे सूचना मिली कि त्रिपोली और ट्युनिश के जरिये भारत लौट रहे नागरिकों को सिर्ते से 50 किलोमीटर दूर जांच चौकी पर कब्जे में लिया गया है।
एक बयान के मुताबिक, उन्होंने कहा कि इनमें से दो हैदराबाद, एक रायचूर और एक बेंगलुरू के निवासी हैं। सभी पुरुष हैं।
इनमें से तीन सिर्ते विश्वविद्यालय में व्याख्याता थे और एक विश्वविद्यालय की जुफ्रा शाखा में कार्यरत थे।
स्वरूप ने बताया कि मंत्रालय त्रिपोली स्थित अपने दूतावास के जरिये घटना का और ब्यौरा लेने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा, "ज्ञात सूचना के अनुसार, सभी चार भारतीय नागरिकों को सिर्ते शहर लाया गया है। हम उनके परिवार वालों से नियमित संपर्क में हैं और उनकी बेहतरी तथा जल्द से जल्द रिहाई के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।"
सूत्रों ने बताया कि उन्हें छोड़ने के लिए कोई फिरौती नहीं मांगी गई है।
आशंका जताई जा रही है कि इन्हें इस्लामिक स्टेट ने अगवा किया है।
इससे पहले जून 2014 में इराक के मोसुल से 39 भारतीय नागरिकों को अगवा कर लिया गया था, जिनका अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। उन्हें इस्लामिक स्टेट ने अगवा किया। सरकार का कहना है कि सभी जिंदा हैं। ये सभी श्रमिक हैं तथा अधिकांश पंजाब के रहने वाले हैं।
भारत सरकार ने पिछले साल दिशानिर्देश जारी कर भारतीय नागरिकों को लीबिया छोड़ने को कहा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।