सुनील कुमार ,वी एन आई ,नयी दिल्ली 22 -04-2018
बल्देव राज चोपड़ा का जन्म जन्म- 22 अप्रैल, 1914, लुधियाना में हुआ , मृत्यु- 5 नवम्बर, 2008, मुंबई में हुई वे सिनेमा जगत् में 'बी. आर. चोपड़ा' के नाम से प्रसिद्ध थे । उन्हें एक ऐसे फ़िल्मकार के रूप में याद किया जाता रहेगा, जिन्होंने पारिवारिक, सामाजिक और साफ-सुथरी फ़िल्में बनाकर सिने प्रेमियों के दिलों में अपनी ख़ास पहचान बनाई। 'नया दौर','साधना ', 'वक़्त', 'हमराज', 'बाबुल' और 'बागवान' जैसी जीवन में रची-बसी कहानियों को दर्शाती बी. आर. चोपड़ा की फ़िल्में आज भी सिने प्रेमियों के दिल और दिमाग पर अमिट छाप छोड़ती हैं। उन्होंने विधवा पुनर्विवाह और वेश्यावृत्ति जैसी सामाजिक समस्या को अपनी फ़िल्मों का विषय बनाया। उनकी ज़्यादातर फ़िल्में किसी न किसी सामाजिक मुद्दे पर आधारित रहती थीं।उनकी फिल्मों का विषय ,गीत ,संगीत अनूठा हुआ
करता था! टीवी सीरियल "महाभारत " उन्ही की देन था ! फ़िल्म जगत् में दिए गए उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें फ़िल्मों के सबसे बड़े सम्मान 'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' देकर सम्मानित किया।
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