निवेदिता
नई दिल्ली, 10 जुलाई । अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत न ही ज्यादा सफलता में डूबे रहते हैं और न ही अपने भविष्य के प्रति आसक्त रहते हैं। 'काई पो छे' और 'एम. एस. धोनी : द अनटोल्ट स्टोरी' के अभिनेता का कहना है कि वह परिणाम के बारे में ज्यादा सोचे-विचारे बिना वही काम करते हैं, जो उन्हें पसंद होता है।
पिछले हफ्ते सुपर बॉक्सिंग लीग (एसबीएल) का हिस्सा बनने राजधानी आए सुशांत ने आईएएनएस को बताया, "2006 में मैं आईफा (अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी) में बैकग्राउंड डांसर था, फिर मैंने 2013 में फिल्मों में कदम रखा, मैंने 2017 में आईफा में प्रस्तुति दी और अब सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के लिए नामित हुआ हूं। वास्तव में मैं इसका लुत्फ ले रहा हूं, लेकिन यह ऐसा नहीं है, जिसे मैं ज्यादातर करता हूं।"
उन्होंने कहा, "मैं ज्यादा चिंतन नहीं करता हूं..न ही मैं भविष्य के प्रति आसक्त हूं।"
उन्होंेने कहा कि वह हर समय जो कुछ भी करते हैं, उसे वास्तव में पसंद करते हैं, लेकिन वह यह नहीं जानते कि इसे कैसे करते हैं। अभिनेता ने कहा कि यह वीडियो गेम खेलने जैसा है, इसलिए जोखिम लेना, कड़ी मेहनत करना व्यक्तिपरक है।
सुशांत ने खुद का उदाहरण देते हुए कि कैसे अपने सपनों का पीछा किया, उन्होंने कहा, "मैं एक छात्रवृत्ति पाने वाला छात्र रहा हूं, लेकिन अगर मैं कुछ और भी कर रहा होता तो भी मुझे नहीं लगता है कि मेरे पास इतना पैसा होता और मुझे इतना प्यार मिलता। मैंने साहस किया और जो करना चाहता था उसे किया, उसके परिणामस्वरूप मैं पहले जहां मारुति चलाता था और अब मासेराटी चला रहा हूं।"
एक अभिनेता के रूप में सुशांत ने टीवी शो 'पवित्र रिश्ता' से आगाज किया। उन्होंने अभिषेक कपूर की फिल्म 'काई पो छे' से रुपहले पर्दे पर दस्तक दी।
फिल्मों के अलावा सुशांत सोशल मीडिया पर अपने सकारात्मक और प्रभावी संदेशों को लेकर भी सुर्खियों में रहते हैं। --आईएएनएस